क्रेडिट कार्ड किसी बैंक द्वारा जारी किया गया एक उधार धन लेने के लिए अनुमति पत्र होता हैं,जिसमें बैंक द्वारा आप के सामान खरीद की सीमा निधार्रित होती है,आप जितना भी खर्च कार्ड के द्वारा करते हैं,आपको उसका भुगतान बैंक को तय तिथि पर करना होगा। अगर आप बिल का भुगतान नहीं करते हैं,या बिल की कुछ राशि का भुगतान करते हैं,तो बकाया राशि पर ब्याज लगेगा और पेनल्टी भी लग सकती है।
उपयोगिता
उपरोक्त कार्ड द्वारा निधार्रित सीमा तक आप किसी भी दुकान से कोई सामान खरीद सकते हैं,अगर आपके पास पैसे खत्म हो गए है,और बैंक अकाउंट में भी बैलेंस नहीं बचा है, तो आपको खर्च के लिए उधार पैसों की जरूरत पड़ सकती है। ऐसे में क्रेडिट कार्ड आपका काम आसान कर देता हैं। बैंक और पेमेंट कंपनियां अब क्रेडिट कार्ड या क्रेडिट लाइन के माध्यम से उधार पैसा देने लगी हैं। क्रेडिट कार्ड के बारे में सबसे अच्छी बात यह है कि इसे दुनिया भर में स्वीकार किया जाता है, क्योंकि यह दुनिया भर में भुगतान का सबसे आम , रेस्तरां, होटल, स्टोर और पेट्रोल पंप पर आसानी से अंतरराष्ट्रीय बुकिंग और भुगतान करने के लिए कर सकते हैं। यह दुनिया भर में आपकी यात्रा को सुविधाजनक बनाता है। हालाँकि, विदेश में अपने क्रेडिट कार्ड का उपयोग करने पर आपको उच्च विदेशी लेनदेन शुल्क और उच्च विदेशी विनिमय दरों का खर्च उठाना पड़ सकता है।इस लेख में हम जानेंगे कि क्रेडिट कार्ड क्या होता है,इसके क्या फायदे होते हैं।
क्रेडिट कार्ड कैसा होता है|
यह प्लासिटक या धातु का एक पतला आयताकार टुकड़ा होता हैं। क्रेडिट कार्ड की बनावट भी एटीएम कार्ड या डेबिट कार्ड की तरह होती है। हर क्रेडिट कार्ड पर आपके कार्ड का नंबर एंव कार्ड धारक का नाम और उसकी वैधता खत्म होने की तारीख signature, CVC code दर्ज रहती है।
क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन कैसे करें।
इसे बैंक जाकर या ऑनलाइन आवेदन का सकते हैं।कई बैंक और पेमेंट से जुड़ी कंपनियां क्रेडिट कार्ड के लिए अपनी वेबसाइट या अपने App के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन की सुविधा भी देती हैं।
क्रेडिट कार्ड लेने के लिए योग्यता: (Eligibilty to get a cardit card)
आयुः न्यूनतम आयु 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए,अधिकत्म आयु बैंक 60 तो किसी बैक में 70 हैं।
नौकरीपेशा के लिए :क्रेडिट कार्ड के लिए अधिकांश बैंक में कम से कम 15,000 प्रतिमाह वेतन का नियम होता हैं।
व्यवसायियो के लिए आय प्रमाण पत्रः इनकम टैक्स रिटर्न और अन्य प्रमाणित वित्तीय दस्तवेज।
गैरनौकरीपेशा के लिए : अगर कोई नौकरी नही कर रहा है। और बैंक में एफडी करा रखा हैं, तो उस एफडी के अनुपात के अनुसार बैंक क्रेडिट कार्ड जारी करता हैं।
क्रेडिट सिबिल स्कोर: कम से कम 700 या उससे अधिक होना चाहिए।
क्रेडिट कार्ड आवेदन के लिए क्या- क्या दस्तावेज होना चाहिएः
क्रेडिट कार्ड आवेदन के लिए आवश्यक दस्तावेज प्रत्येक बैंक का अलग – अलग होता हैं, आवश्यक कुछ महत्वपूर्ण एंव जरूरी दस्तवेज नीचे दिए गये हैं।
आईडी प्रुफः आधार कार्ड, पैन कार्ड, पासपोर्ट या अगर सरकारी कर्मचारी हैं। तो विभाग द्वारा जारी किया गया पहचान ।प्रमाण पत्र:
निवास प्रमाण पत्रःआधारकार्ड,मतदाता पहचाप पत्र,पासपोर्ट,ड्राइविंग लाइसेंस, टेलिफोनबिल,राशनकार्ड,मकान टैक्स,लीज,रेंट एग्रीमेंट, संमत्ति दस्तावेज, फॉम-16
वेतन पाने वाले कर्मचारी के लिय आय प्रमाण पत्रः तीन महीने का सैलरी सिल्प या छह महीने का बैंक अकाउट स्टेटमेंट,यदि आप सरकारी कर्मचारी है,उस बैंक से वेतन ले रहे हैं,उसी बैंक का आप क्रेडिट कार्ड ले रहे,तो आप को कोई दस्तवेज जमा करने कि जरूरत नहीं हैं।,यदि आपके पास जारीकर्ता की ओर से प्री-अप्रूॅव्ड क्रेडिट कार्ड ऑफर हैं, तो हो सके उसे भी कोई भी दस्तवेज जमा करने की जरूरत न पडे़।
मोबाइल नंबर जो आधर से लिंक हो।
क्रेडिट कार्ड के उपयोग से लाभ:
एकाउन्ट में पैसा और पास में बिना नकदी बिल का भुगतान: यदि आपके एकाउन्ट में पैसा और पास में नकदी नही है, तो भी आप क्रेडिट कार्ड से खरीददारी के बिल का भुगतान कर सकते है,इसके अलावा, मोबाइल रिचार्ज, बिजली बिल, ट्रेन एंव एरोपलेन का टिकट तमाम सारे काम पास मे बिना नकदी (without Cash) कर सकते है।
क्रेडिट स्कोर बिल्ड करने में मदत: अगर आप इस कार्ड की राशी समय पर चुकाते है। तो आप का क्रेडिट स्कोर अच्छा हो जाता हैं,इससे आप को कम इनट्रेस्ट रेट पर और जल्दी लोन मिल जाता हैं।
रिवार्ड प्वॉनटः आप इस कार्ड से शापिंग करते हैं, तो आपको रिवार्ड प्वॉइंट और कैशबैक मिलता हैं, इस रिवार्ड प्वॉइंट का इस्तेमाल अगली शापिंग में आप कर सकते हैं।रिवॉर्ड पॉइंट का इस्तेमाल वस्तु खरीदते समय उसके दाम घटाने के लिए जबकि कैशबैक सीधे आप के कार्ड एकाउन्ट में जमा हो जाता हैं ।
EMIकंनवर्ट :इससे आप बड़ी खरीद को EMI में बदल सकते हैं, और कुछ महीनो में भुगतान कर सकते हैं।
क्रेडिट कार्ड के नुकसानः
हिडेन चार्जः कई क्रेडिट कार्ड में ऐसे हिडेन चार्जेज और फीस होते हैं,जो लोगो को नही पता होता हैं। और कुछ बैक भी इसे नही बताते हैं। और जब बिल मिलता हैं तो उसमें शामिल रहता हैं, इस लिए लेते समय अच्छी तरह से पता कर लेनी चाहिए।क्रेडिट र्का पर कई तरह के कर और शुल्क लगते है,जिसका बिलम्ब से भगतान का शुल्क, ज्वाइनिंग शुल्क, नवीनीकरण शुल्क और प्रोसेसिंग शुल्क। और बार – बार देर से भुगतान करने पर आप की क्रेडिट सीमा भी कम हो कती हैं।
लिमिट से ज्यादा शापिंग करने पर अतिरिक्त फिसः लिमिट से ज्यादा शापिेग पर अतिरिक्त फिस बिल में जुड़ जाता हैं,
यदि अपने देय तिथि तक के क्रेडिट बिल का बाकाया नहीं जमा किया तो देय राशि को आगे बढ़ा दी जाती हैं, और उस पर ब्याज लगाया जाता हैं। क्रेडिट कार्ड की ब्याज दरें काफी अधिक होती है, औसत दर लगभग 3% प्रतिमाह हैं।वाषिर्क ब्याज 30 से 36% है।
ATM से कैश निकासी सीमा (Cash Withdrawal Limit for atm)
क्रेडिट कार्ड का उपयोग कर बैंक द्वारा निर्धारित कैश लिमिट तक एटीएम से कैश निकाल सकते हैं।जिसका शुल्क का भुगतान क्रेडिट कार्ड के नियमो और शर्तो के अनुसार करना पड़ता हैं,कार्ड पर बकाया किसी भी समय अधिकृत क्रेडिट लिमिट के ऊपर नहीं जाना चाहिए
स्टेटमेंट पीरियड
स्टेटमेंट पीरियड बैंक द्वारा जारी बिल में क्रेडिट कार्ड का स्टेटमेंट पीरियड लिखा होता हैं। जो एक महीने का होता हैं। उदाहरण के लिए यदि आप का स्टेटमेंट पीरियड 20 जुलाई से शुरू होता हैं,तो वह 19 अगस्त को खत्म होंगा।कुछ बैंक 45 दिन तक स्टेटमेंट पीरियड देते हैं, परन्तु शर्त यह हैं कि स्टेटमेंट पीरियड की शुरूवात में कार्ड बैंलेंस बकाया नहीं होना चाहिए। नो-इंट्रेस्ट पीरियड का कैलकुलेशन खरीदारी के समय से नहीं स्टेटमेंट पीरियड की शुरूवात से की जाती हैं।
क्रेडिट कार्ड से संबंधित प्रश्न और उत्तरः( FAQs)
प्रश्नः क्रेडिट कार्ड के बिलिंग पिरियड को कैसे जाना जा सकता हैं।
उत्तरः बिलिग पीरियड की जानकारी क्रेडिट स्टेटमेंट के पहले पेज पर अंकित होती हैं।
प्रश्नः क्या क्रेडिट कार्ड की लिमिट ब़ढ़ाई जा सकती हैं।
उत्तरः कार्ड जारी करने वाले बैक/संस्थान समय -समय पर आपके पिछले क्रेडिटकार्ड हिस्ट्री को देखकर क्रेडिट कार्ड की लिमिट बदलते रहते हैं।
प्रश्नः क्या क्रेडिटकार्ड का बिलिंग पीरियड बदला जा सकता हैं?
उत्तरः RBI 2022 क नियमों के मुताबिक बिलिंग पीरियड को केवल एक बार बदला जा सकता है। ऐसे में अपने कैश जरूरत को ध्यान में रखकर अपने बिलिंग पीरियड को संबंधित अधिकारी से बात कर बदल सकते हैं।
प्रश्नः क्या क्रेडिट कार्ड का बिल देर से या न करने पर ब्याज लगता हैं।
उत्तरःक्रेडिटकार्ड का बिल बिलम्ब से या न करने पर बैंक पेनाल्टी और ब्याज दोनो लगाता हैं। जैसा मामला हो।
प्रश्नः क्रेडिट कार्ड का डयू डेट क्या होता हैं?
उत्तरः क्रेडिटकार्ड के बिलो का भुगतान करने के अन्तिम तिथि को का डयू डेट कहा जाता हैं।
प्रश्नः क्रेडिट कार्ड बिल का टोटल अमाउन्ट क्या होता हैं?
उत्तरः क्रेडिटकार्ड बिलकी वह टोटल बिलधनराशि जिसका भूगतान अपको करना है।
प्रश्नःमिनिमम अमाउंट डिपाजिट क्या होता हैं।
उत्तरः अगर आप क्रेडिटकार्ड के पूरे बिल का भूगातान नहीं कर पा रहें हैं,तो आप उसमें से कुछ धनराशि का भूगतान कर सकते हैं, इससे बैंक आपको डिफाल्टर नहीं मानेगा शेष धनराशि पर बैंक आप से ब्याज वसूलेगा।
प्रश्नः क्रेडिटकार्ड इंटरेस्ट-फ्री पीरियड क्या होता हैं?
उत्तरः वह अवधि जिसमें बैक आप से ब्याज नहीं लेता हैं,अधिकत्तर बैंको में यह अवधि20 से 50 दिन की होती हैं।
प्रश्नः क्या क्रेडिट कार्ड का उपयोग करके ATM से कैश निकाला जा सकता हैं।
उत्तरः आप अपनी कुल क्रेडिट लिमिट का एक हिस्सा निकाल सकते हैं,परन्तु ऐसे निकासी पर बैंक सामान्य ब्याज दर से अधिक ब्याज लेते है।
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