तनिष्क गोल्ड क्या हैं TANISHIK GOLD

भारत के दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा की कंपनी टाइटन का ज्वेलरी ब्रांड तनिष्क एक भारतीय-आधारित आभूषण निर्माण कंपनी है। टाटा संस समूह की सहायक कंपनी, तनिष्क की स्थापना टाइटन ब्रांड के तहत एक आधुनिक और समकालीन आभूषण ब्रांड के रूप में की गई थी।

इंडस्ट्रीज कि नीव रखी गई:

साल 1984 में टाइटन कंपनी की नींव रखी गई थी. टाइटन इंडस्ट्रीज ने तमिलनाडु के होसुर में पहला कारखाना लगाया था. टाइटन कंपनी पहले सिर्फ घड़ी बनाती थी बाद में कंपनी ब्रांडेड डायमंड और गोल्ड जूलरी के बिजनेस में तनिष्क के नाम से उतरी. और यह भारत का पहला रिटेल जूलरी ब्रॉन्ड बना।

तनिष्क का पहला शोरूम

तनिष्क का पहला शोरूम साल 1996 में चेन्नई में खुला जहां तनिष्क के शानदार स्टोर में डायमंड की जूलरी के साथ ही 18 कैरेट सोने के गहने भी लॉन्च किए यह भारत का पहला डायमंड की ज्वेलरी लॉन्च की गई लेकिन 22 कैरेट सोने को पसंद करने वाले भारतीय लोगों को 18 कैरेट वाले सोने के गहने पसंद नहीं आये।

तनिष्क द्वारा 22 कैरेट गोल्ड ज्वैलरी लांच किया गया

टाइटन ने भारत के लोगों की पसंद को देखते हुए साल 1999 में 22 कैरेट गोल्ड के गहने पेश किए. इससे तनिष्क के शोरूम में ग्राहकों का आना तो सुधरा, लेकिन कंपनी प्रॉफिट में नही आ रही थी । क्योंकि इसके गहनों की मैन्युफैक्चरिंग और मार्केटिंग में काफी पैसे खर्च हो रहे थे ।
एक समय स्थिति ऐसी बन गई कि टाटा ग्रुप के बोर्ड की तरफ से जल्दी तनिष्क बिजनेस बंद करने का दवाब आ रहा था लेकिन टाइटन के अधिकारी तनिष्क ब्रांड को बन्द करने को तैयार नहीं थे।
इसके बाद तनिष्क द्वारा एक नया प्रयोग किया जो काफी सफल रहा. ज्वेलरी मार्केट में पहली बार स्पेक्ट्रोस्कॉपी डिवाइस कैरेटमीटर पेश किया गया. इसमें एक्सरे के सहारे गोल्ड की शुद्धता की तुरंत जांच हो जाती थी कंपनी ने विज्ञापन जारी किया कि लोग तनिष्क के शोरूम में आकर अपने गहनों की शुद्धता की फ्री जांच कर सकते हैं।

तनिष्क पर सोने कि शुद्धता को लेकर भरोसा

तनिष्क ब्रांड द्वारा ज्वेलरी मार्केट में पहली बार स्पेक्ट्रोस्कॉपी डिवाइस कैरेटमीटर से गोल्ड की शुद्धता कि जांच को लेकर भारतीय लोगो का भरोसा जो कायम हुआ उससे शोरूम में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. और कैरेटमीटर ने ग्राहकों और तनिष्क के बीच जो भरोसे का पुल कायम किया था उसने इसे आज भारत में गहनों का सबसे बड़ा ब्रांड बना दिया है. तनिष्क के ज्वेलरी शोरूम के सहारे टाइटन इस बिजनेस की सरताज बन गई।

तनिष्क भारत में ब्रांडेड ज्वैलरी पेश करने वाला पहला ब्रांड

आज तनिष्क को भारत में ब्रांडेड ज्वैलरी पेश करने वाला पहला ब्रांड माना जाता है. आज तनिष्क का ज्वैलरी स्टोर देश के छोटे शहरों में भी लगभग 501 से ज्यादा स्थानो पर उपलब्ध हैं।
आज टाइटन कंपनी टाटा ग्रुप में मार्केट कैप के लिहाज से दूसरी सबसे कीमती कंपनी है। इससे आगे सिर्फ टीसीएस है। लेकिन भारत में जूलरी बिजनेस का ताज टाइटन के पास है और उसके ताज का बेशकीमती नगीना है तनिष्क।

तनिष्क गोल्ड कि ज्वेलरी और लोकल शाप कि ज्वेलरी में अंतर

तनिष्क ब्रांड ज्वेलरीलोकल शाप कि ज्वेलरी
इन बड़े शोरूम पर 22 कैरट का मतलब 22 ही होता हैं।अधिकत्तर लोकल शाप के दुकानदार गोल्ड के कैरट बताते
कुछ हैं होता कुछ है।
इनके ज्वैलरी पर कैरेट के हॉलमार्क अंकित होता हैं।अधिकत्तर लोकल शाप के दुकानदार बिना हॉलमार्क के ज्वैलरी
बेचते हैं।
इनके बिल पर बिल नं ,मेकिंग चार्ज SGST/CGST
और टैक्स का पूर्ण विवरण अंकित होता हैं।
अधिकत्तर लोकल शाप के दुकानदार के बिल पर टेकस
और मेकिंग चार्ज का पूर्ण विवरण अंकित नही होता हैं।
तनिष्क ब्रांड कि ज्वेलरी सोने कि शुद्धता के गुणवत्ता विश्वसनीय
होती हैं।
इनके ज्वैलरी के सोने कि शुद्धता के गुणवत्ता विश्वसनीय नही होती हैं।
तनिष्क ब्रांड कि ज्वेलरी कि बनावट काफी अच्छी होती हैं।
इनकी ज्वेलरी कि बनावट साधारण होती हैं।
तनिष्क ब्रांड कि ज्वेलरी कि सोने कि शुद्धता और अच्छी बनावट
और बिल में पूर्ण टैक्स जुड़े रहने के कारण मंहगी होती हैं।
अधिकत्तर लोकल शाप के ज्वैलरी सोने कि शुद्धता कि हॉलमार्क
न अंकित होने कारण और साधारण बनावट और बिल में पूर्ण टैक्स
न जुड़े रहने के कारण सस्ती होती हैं।
निष्कर्ष :
आज तनिष्क महज एक नाम भर नहीं, बल्कि यह हमारी वर्षों पुरानी भारतीय संस्कृति और परंपरा को सहेजने और उसे आगे बढ़ाने का एक खूबसूरत माध्यम है। तनिष्क लगातार देश के अलग-अलग इलाकों में प्रचलित पारंपरिक गहनों को आधुनिकता के सांचे में ढालकर परंपरा और आधुनिकता के संगम को बनाए रखने का काम किया हैं।

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